नवरात्र में 20 फीट से दर्शन, भक्त और रामलला के बीच कम होगा फासला
नवरात्र के पहले दिन 24 मार्च से रामलला के दर्शन भक्त महज 20 फीट की दूरी से कर सकेंगे। अभी तक 51 फीट की दूरी से दर्शन सुलभ हो पाते थे। नए गर्भगृह में रामलला के शिफ्ट होने से दर्शन मार्ग की दूरी भी कम हो जाएगी। रामलला को नए स्थान पर शिफ्ट करने की कवायद तेज हो गई है।



 

परिसर में चबूतरे का निर्माण पूरा होने को है। साथ ही दीवार भी बनाई जा रही है। इस अस्थायी गर्भगृह में रामलला को नवरात्र से पहले  शिफ्ट करने की तैयारी है। रामलला के पक्ष में फैसला आने के बाद अब भक्त और भगवान के बीच की दूरी धीरे-धीरे समाप्त होने को है।

नए स्थान पर शिफ्ट होने के साथ ही रामलला के दरबार में पहुंचने वाले भक्तों को कड़ी सुरक्षा के बीच 20 फीट की दूरी से दर्शन प्राप्त होंगे। राम जन्मभूमि परिसर में विराजमान भगवान श्री रामलला के 1992 से पहले महज कुछ ही दूरी पर दर्शन किए जाते थे, लेकिन विवादित ढांचा विध्वंस के बाद कोर्ट के आदेश पर भगवान को टेंट में विराजमान कर दिया गया।


सुरक्षा के व्यापक इंतजाम के बीच कराए जाएंगे दर्शन


वहीं दर्शन के लिए 51 फीट की दूरी तय की गई। बैरिकेडिंग भी लगा दी गई। लेकिन अब अस्थायी भवन में शिफ्ट किए जाने के साथ श्रद्धालु व भगवान के बीच की दूरी कम होने जा रही है। यह व्यवस्था नवरात्र से प्रारंभ होगी। इस दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम के बीच दर्शन कराए जाएंगे।  

रामजन्मभूमि पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के मुताबिक, पहले 51 फीट की दूरी से रामलला के दर्शन होते थे लेकिन अब नवरात्र से श्रद्धालुओं को मात्र 20 फीट की दूरी पर ही भगवान दिखाई देंगे।

इसके साथ ही माना जा रहा है कि मंदिर निर्माण के बाद यह दूरी और भी कम होती नजर आएगी। पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि ट्रस्ट के द्वारा संकेत दिया गया है कि नवरात्र के प्रारंभ से पहले नए स्थान पर श्री रामलला विराजमान होंगे।