आर्थिक मोर्चे की चुनौती से रुबरू हो रही सरकार पर कांग्रेस ने अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) के नए विकास दर अनुमानों के सहारे राजग की आर्थिक नीतियों पर कटाक्ष किया है। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने तंज कसते हुए कहा है कि आइएमएफ ने इस वर्ष का भारत का जीडीपी पांच फीसद से भी कम रहने का आकलन किया है। ऐसे में अब सरकार की ओर से विश्व संस्था आइएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ पर हमला बोला जाना तय है।
अर्थव्यवस्था की गति धीमी होने को लेकर सरकार पर हमला करते हुए चिदंबरम ने कहा कि 4.8 फीसद का यह आकलन भी कुछ ऊपरी दिखावट और सजावट ही वजह से होगा। इसीलिए जीडीपी की दर इससे भी कम रहती है तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा। पूर्व वित्त मंत्री ने मौजूदा आर्थिक सुस्ती के लिए साफ तौर पर नोटबंदी की ओर इशारा करते हुए कहा कि नोटबंदी को गलत मानते हुए इसे खारिज करने वाले शुरुआती लोगों में गोपीनाथ भी थीं।